रीवा । रीवा में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बिफर गए। पटवारी ने राजनिवास में प्रेस कांफ्रेंस के पहले कक्ष में कार्यकर्ताओं को बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन त्योंथर का एक कार्यकर्ता बाहर नहीं हुआ तो गुस्से में उसके पैर में जोर से लात मार दी। पटवारी ने दरवाजे से बाहर करने के दौरान उसकी पीठ पर मुक्का जमा दिया।
क्यों हो गया विवाद
दरअसल मंत्री पटवारी के सामने कांग्रेस के दो धड़े आमने-सामने हो गए थे। ये कार्यकर्ता मंत्री से अपनी बात रखना चाह रहे थे। नारेबाजी होने लगी। इस बीच प्रेस कांफ्रेंस का समय हो गया था। मंत्री ने कार्यकर्ताओं को बाहर जाने के लिए कहा, जिसके बाद विवाद की स्थिति और भीड़ नहीं हटने पर पटवारी बिफर गए। मंत्री के सामने कई बार धक्का-मुक्की की स्थिति बनी। पुलिस ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया।
अतिथि विद्वानों ने घेरा
प्रेस कांफ्रेंस के बाद मंत्री को अतिथि विद्वानों ने घेर लिया। मंत्री और अतिथि विद्वानों में काफी नोंक-झोंक हुई। अतिथि विद्वान यह आरोप लगा रहे थे कि मध्यप्रदेश के सरकारी कॉलेजों में जो अतिथि विद्वान पिछले 25 वर्ष से पठन-पाठन की व्यवस्था चला रहे हैं, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति कॉलेजों में किए जाने के साथ ही अतिथि विद्वानों को बाहर किया जा रहा है, जबकि कांग्रेस सरकार ने अतिथि विद्वानों को नियमित करने का वचन दिया था। इस पर मंत्री ने कहा कि नियमितीकरण के लिए एक कमेटी बनाई गई है। किसी भी अतिथि विद्वान के साथ गलत नहीं होगा।
रीवा में विवाद: जीतू पटवारी को आया गुस्सा, कार्यकर्ता को मारी लात
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